Wednesday, July 29, 2015

बच्चे पूछते हैं कलाम से…

मित्रों, 27 जुलाई 2015 का दिन हम सबके लिए एक दुखद सन्देश लेकर आया. वो महान व्यक्तित्व, जिनसे हमें प्रेरणा मिली, जिनसे कुछ कर गुजरने की सीख मिली, हमारे आदर्श व्यक्तियों के शीर्ष रहे डॉ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम हमें हमेशा-हमेशा के लिए छोड़कर चले गए.. मिसाइल मैन के नाम से जाने वाले कलाम साहब ने कल इस दुनिया में आखिरी सांसें ली.
डॉ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम
डॉ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम (1931-2015)
पूर्व राष्ट्रपति डॉ ए.पी.जे. अब्दुल कलाम का आदर्शमय जीवन, हम सभी के लिए हमेशा से प्रेरणास्पद रहा है, उनकी बातें नई दिशा दिखाने वाली हैं, उन्होंने करोड़ों आँखों को बड़े सपने देखना सिखाया है, वे कहते थे, “इससे पहले कि सपने सच हों आपको सपने देखने होंगे। “
डॉ कलाम प्रत्येक सप्ताह घंटों देश के बच्चों के साथ उनके भविष्य के विषय में सोचते हुए तथा उनके द्वारा विचारणीय विषयों पर चर्चा करते हुए व्यतीत करते थे. सैकड़ों बच्चे उन्हें प्रतिदिन पत्र लिखते और वो सभी पत्रों का जवाब देने का प्रयास करते थे.. इन्हीं पत्रों में से चयन करके एक किताब भी बनाई गई है.
यहाँ हम आपके साथ ऐसे ही कुछ प्रश्न और उनके उत्तर शेयर कर रहे हैं :
धनराज, कसारगढ़ नगर के कक्षा आठवीं का छात्र
प्रश्न:- आपका पूरा नाम क्या है? और विद्यालय में आपका सबसे अच्छा मित्र कौन था?
कलाम– मेरा पूरा नाम अब्दुल पाकिर जैनुलाब्दीन अब्दुल कलाम है.. स्कूल के दिनों में पाक्शी रामानाथ शास्त्री मेरा सबसे अच्छा मित्र था..
भूमि जोशी, छात्रा 11वीं, इंस्टीट्यूशन कोटक
प्रश्न:- ‘भाग्य की कृपा’ कितनी आवश्यक है?
कलाम– कठिन परिश्रम पहले आता है.. भाग्य तुम्हारा साथ देगा जब तुम कठिन परिश्रम से लगे रहोगे.. एक प्रसिद्ध कहावत है, “ईश्वर उन्हीं की मदद करते हैं, जो अपने स्वयं की मदद करता है.” एक अन्य कहावत यह भी है, कि रातों-रात सफल बनने के लिए कई वर्षों तक कठिन परिश्रम करना पड़ता है.
देवेश रंजन, एन. आई. सी. संस्थान, नई दिल्ली
प्रश्न:- कृपया मुझे बतलाइये, दुनिया का सबसे पहला वैज्ञानिक कौन है ?
कलाम:- विज्ञान जन्म लेता है, और जीता है केवल प्रश्नों द्वारा.. विज्ञान की पूरी आधारशिला प्रश्न करना है. और जैसे कि माता-पिता और अध्यापकगण अच्छी तरह जानते हैं, बच्चे कभी भी न समाप्त होने वाले प्रश्नों के स्रोत हैं, इसलिए बच्चा सबसे पहला वैज्ञानिक है.
बी. इशिता, छात्र-11वीं, सेंट बेस्ड स्कूल, चेन्नई
प्रश्न:- विज्ञान और गणित के विभिन्न सूत्र याद रखने के पीछे क्या रहस्य है?
कलाम:– स्थिर भाव से बार-बार पुनरावृत्ति मतलब बार-बार अभ्यास के द्वारा कोई भी विज्ञान और गणित के सूत्र याद रख सकता है.
उमांग देव, छात्र 9वीं, सिलकन अकादमी, मुम्बई
प्रश्न:- आपके जीवन का सबसे अधिक खुशी का दिन कौन-सा था?
कलाम:- एक बार मैं पोलियो से प्रभावित व्यक्तियों के लिए हल्का भार उठा पाने की प्रतिक्रिया (FRO’S) पर चिकित्सकों के साथ प्रयोग कर रहा था. प्रयोग के दौरान जब बच्चों ने दौड़ना, चलना, और पैडल मारकर साइकिल चलाना आरम्भ किया तो उनकी गतिशीलता देखकर उनके माता-पिता की आँखें भर आईं.. उन सबके चेहरे की प्रसन्नता से मुझे बहुत ज्यादा खुशी हुई..
आर. अरविन्द छात्र कक्षा 3, सेंट बेड्स स्कूल, चेन्नई
प्रश्न:- क्या आप अपने बचपन की कोई न भूल सकने वाली घटना बता सकते हैं!
कलाम:- मैं अपने कक्षा पांचवीं के शिक्षक श्री शिवसुब्रमण्यम अईय्यर को याद करता हूँ. वह अपने व्याख्यान में पढ़ा रहे थे पक्षी कैसे उड़ते हैं.. उन्होंने हमें रामेश्वरम के समुद्र तट पर जीवंत उदाहरण से दिखाया.. यह एक अविस्मरणीय अवसर था जो हमेशा मेरी याद को ताजा रखती है.. यह मुझे विज्ञान के अध्ययन को आगे बढ़ाने में मेरी सहायता करती है.
अभिलाष वर्मा, कक्षा 8वीं, पुलिस मार्डन स्कूल एटवा.
प्रश्न:- आप हमारे आदर्श व्यक्ति हैं, एक अच्छा इंसान बनने के लिए हमें कुछ सुझाव दीजिये.
कलाम:- कठिन परिश्रम तथा आध्यात्मिक के साथ-साथ संयुक्त वैज्ञानिक व्यवहार तुम्हें एक अच्छा इंसान बनाएगा.. बस दूसरों से अच्छाई प्राप्त करने का प्रयास करो…
हर्ष चांडक, कक्षा 7वीं, डॉ. राधाकृष्णन विद्यालय, मुम्बई
प्रश्न:- आप प्रतिवर्ष बहादूरी का पुरूस्कार देते हैं; ‘साहस की’ आपकी परिभाषा क्या है?
कलाम:- अपने स्वयं की सुरक्षा की परवाह न करते हुए, दूसरों को विपत्ति से बचाना साहस है.
मास्टर राहुल मेहता, कक्षा 8वीं अहमदाबाद और तेजेश सावंत, कक्षा 9वीं केम्ब्रिज अँधेरी बाम्बे,
प्रश्न:- भारत के नागरिकों के लिए आपका क्या सन्देश है?
कलाम:- युवाओं के लिए मेरा दस बिंदुओं में शपथ है जो मैं सामान्यतः दिलाता हूँ और वह निम्न हैं:-
१. मैं अपनी शिक्षा पूरी करूँगा या कार्य समर्पण के साथ करूँगा और मैं इनमे श्रेष्ठ (अग्रणी) बनूँगा.
२. अब से आगे बढ़कर, मैं कम से कम दस लोगों को पढ़ना और लिखना सिखाऊंगा, उन्हें जो पढ़ लिख नहीं सकते.
३. मैं कम से कम दस नये पौधे लगाऊंगा और पूरी जिम्मेदारी से उनकी वृद्धि निश्चित करूँगा.
४. मैं निश्चित रूप से अपने मुसीबत में पड़े साथियों के दुःख को दूर करने की कोशिश करूँगा.
५. मैं ग्रामीण या शहरी क्षेत्रों की यात्रा करूँगा तथा कम से कम पांच लोगों को नशा तथा जुए से पूर्णतः मुक्ति दिलाऊंगा.
६. मैं ईमानदार रहूँगा और भ्रष्टाचार से मुक्त समाज बनाने की पूरी कोशिश करूँगा.
७. मैं एक सजग नागरिक बनने का कार्य करूँगा तथा अपने परिवार को कर्मठ बनाऊंगा.
८. मैं किसी धर्म, जाति या भाषा में अंतर का समर्थन नहीं करूँगा.
९. मैं हमेशा ही मानसिक और शारीरिक चुनौती प्राप्त विकलांगों से मित्रवत रहूँगा तथा उन्हें हम जैसे सामान्य महसूस कर सकें ऐसा बनाने के लिए कठिन परिश्रम करूँगा.
१०. मैं अपने देश तथा अपने देश के लोगों की सफलता पर गर्व उत्सव मनाऊंगा.
अच्छीखबर की पूरी टीम, सभी पाठकों की तरफ से आज हम कलाम साहब को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं.. उन जैसा महान व्यक्ति सहस्त्रों वर्षों में एक बार जन्म लेता है.. ऐसी महान आत्मा को हमारा नमन.. हम सबको उन्हें खोने का बहुत दुःख है… सचमुच कलाम साहब का जीवन हम सब के लिए एक सबक है.. उनकी बातें मुर्दों में भी जान फूंक देने वाली हैं.. आज भले वो हमारे बीच न हों पर हमारी यादों में वे सदा जीवित रहेंगे।
आइये हम उनके आदर्शों को अपनाएं, और देश हित में उनके दिखाए मार्ग पर चलने का प्रयास करें।
जय हिंद !
shyamluck club

Saturday, July 25, 2015

सच्ची घटनाए

हम, जो 1950-1990 के बीच जन्में है, हमें विशेष आशीर्वाद प्राप्त हैँ .....और ऐसा भी नही कि आधुनिक संसाधनों से हमें कोई परहेज है......!!!
लेकिन.....
👍 हमें कभी भी जानवरों की तरह किताबों को बोझ की तरह ढो कर स्कूल नही ले जाना पड़ा ।
👌हमारें parents को हमारी पढाई को लेकर कभी अपने programs आगे पिछे नही करने पड़ते थे...!

👍 स्कूल के बाद हम देर सूरज डूबने तक खेलते थे
👍 हम अपने real दोस्तों के साथ खेलते थे; net फ्रेंड्स के साथ नही ।
👍 जब भी हम प्यासे होते थे तो नल से पानी पीना safe होता था और हमने कभी bottle नही ढूँढा ।
👍 हम कभी भी चार लोग गन्ने का जूस share करके भी बीमार नही पड़े ।
👍 हम एक प्लेट मिठाई और चावल रोज़ खाकर भी मोटे नही हुए ।
👍 नंगे पैर घूमने के बाद भी हमारे पैरों को कुछ नही होता था ।
👍 हमें healthy रहने के लिए supplements नही लेने पड़ते थे ।
👍 हम कभी अपने खिलोने खुद बना कर खेलते थे ।
👍 हम ज्यादातर अपने parents के साथ या उनके पास ही रहे ।
👌हम अक्सर 4/6 भाई बहन एक जैसे कपड़े पहनना शान समझते थे..common. वाली नही एकतावाली feelings ...enjoy करते थे......!
👍 हम डॉक्टर के पास नहीं जाते थे, पर डॉक्टर हमारे पास आते थे हमारे बीमार होने पर ।
👍 हमारे पास न तो मोबाइल, DVD's, Play station, Xboxes, PC, Internet, chatting, क्योंकि हमारे पास real दोस्त थे ।
👍 हम दोस्तों के घर बिना बताये जाकर मजे करते थे और उनके साथ खाने के मजे लेते थे। कभी उन्हें कॉल करके appointment नही लेना पड़ा ।
👍 हम एक अदभुद और सबसे समझदार पीढ़ी है क्योंकि हम अंतिम पीढ़ी हैं जो की अपने parents की सुनते हैं...........और साथ ही पहले जो की अपने बच्चों की सुनते हैं ।

We are not special,
but
LIMITED EDITION ✌👌

AAJ KA YUG

लड़कियां भाव खा रही हैं..
लडके धोखा खा रहे हैं..
पुलिस रिश्वत खा रही है़..
नेता माल खा रहे हैं..
किसान जहर खा रहे हैं..
जवान गोली खा रहे हैं..
कौन कहता है कि भारत भूखा मर रहा है...?

🚿झाडू वाला मुख्यमंत्री ! 
☕चाय वाला प्रधानमंत्री ।
📱12 वी पास देश के मंत्री ।
📈8 वी पास सरपंच । 
📝और हम ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट
वॉट्स एप पर ग्रुप- ग्रुप खेल रहे हैं।

jeevan hona jaroori hai




तुम जो भी एक औरत को देते हो, वह उसमे बढ़ोतरी करके वापस करती है!यदि आप उसे एक मकान देते हैं, तो वह आपको एक घर देती है!यदि आप उसे अन्न देते हैं तो, वह आपको भोजन देती है!यदि आप उसे एक मुस्कान देते हैं तो वह, वह आपको दिल देती है!जो भी औरत को प्राप्त होता है वह उससे कईं गुना बढ़ोतरी करके वापस करती है!तो, अगर आप उसे किसी भी तरह की परेशानी देते हैं!तो बदले में उस से कईं गुना ज्यादा परेशानियां पाने के लिए तैयार हो हो जाइए!
NARI SHAKTI KI JAI ..........smile emoticon

Monday, July 20, 2015

FACEBOOK

Facebook (Fb) world  की  दूसरी   सबसे  ज्यादा  visit की  जाने  वाली  site है …(पहली  Google है ).
Facebook Hindi Article
Facebook Over-use
इसे  बनाने  वाले  दुनिया  के  youngest billionaire  Mark Zukerberg ने  भी  कभी  नहीं  सोचा  था  की  ये  इतनी  जल्दी  इतनी  popular हो  जाएगी . In fact ,  अगर   आप  Fb पे  नहीं  हैं  तो  लोग  आपको  आश्चर्य  से  देखते  हैं . ..” Fb पे  नहीं  है ………….जी कैसे रहा है  …… :) !!!” and all that.
आज  Fb   पे  1 billion+ registered user हैं, यानि दुनिया का हर सातवाँ आदमी Fb  पे है  and in all probability आप  भी  उन्ही में से एक होंगे . और  शौक  से  Fb use करते  होंगे . पर  जो  सोचने  की  बात  है  वो  ये कि  क्या  आप  Fb use करते  ; overuse  करते हैं …या  फिर  कहीं  आप  इसके  addict तो  नहीं  !
Let’s say use करने  का  मतलब  है  कि  आप  Fb पर  daily  1 घंटे  से  कम  समय  देते  हैं  , और  overuse करने  का  मतलब  है  1 घंटे  से  ज्यादा .  और  हाँ , use करने  से  बस  ये  मतलब  नहीं  है  कि  आप  physically system के  सामने  या अपने  smart phone  को हाथ में लेकर  use करते  हैं  even अगर  आप  Fb के  बारे  में  सोचते  हैं  तो  वो  भी  time usage में  count  होगा  after all वो  उतने  देर  के  लिए  आपका  mind space occupy कर  रहा  है .
और  अगर  आप  सोच  रहे  हैं  कि  कहीं  मैं  addict तो  नहीं  हूँ  तो  इन  traits को  देखिये  , अगर  ये  आपमें  हैं  तो  आप  addict हो  सकते  हैं :
  • आप का दिमाग अकसर इसी बात में लगा रहता है कि आपकी पोस्ट की गयी चीजों पर क्या कमेंट आया होगा, कितने लोगों ने लाइक किया होगा.
  • आप बिना मतलब बार-बार फेसबुक स्क्रीन रिफ्रेश करते हैं कि कुछ नया दिख जाए.
  • अगर थोड़ी देर आपका internet नहीं चला तो आप updates चेक करने  साइबर कैफे  चले  जाते हैं या दोस्त को फ़ोन करके पूछते हैं.
  • आप टॉयलेट में भी मोबाइल या लैपटॉप लेकर जाते हैं कि Fb use कर सकें
  • आप सोने जाने से पहले सभी को Good Night  करते हैं और सुबह उठ कर सबसे पहले ये देखते हैं की आपकी गुड नाईट पर क्या reactions आये.
अब मैं आपको अपने  usage  के  बारे  में   बताता  हूँ , on an average मैं  daily 10 minutes से  भी  कम   Fb use करता  हूँ  including Fb के  बारे  में  सोचने  का  time.  हाँ,  इसे  आप  under usage भी  कह  सकते  हैं .  :) In my opinion ideally Fb आधे  घंटे  से  अधिक  नहीं  use करना  चाहिए  पर  फिर  भी  मैंने  over usage को  1 घंटे  से  ऊपर  रखा  है .
और  अब  आपकी  बात  करते  हैं , आप  कितनी  देर  Fb use करते  हैं ?
Well, अगर  ये daily  1/2 घंटे  से  अधिक  है  तो  आप  अपना  time waste कर  रहे हैं , unless until आप purposefully ऐसा  कर  रहे  हैं . Purposefully  means आप  अपना बिज़नस प्रमोट कर रहे हैं, किसी social cause के लिए campaign चला रहे हैं या कोई और meaningful  काम कर रहे हैं , इन cases  में अपना टाइम देना worth  है .
किस  तरह  के  लोग  Fb ज़रुरत  से  अधिक  use करते  हैं :
In my opinion :
• जिनके  पास  कोई  meaningful goal   नहीं  है …… the wanderers
• जो  लोगोंका ध्यान आकर्षित करना चाहते हैं  करना  चाहते  हैं ….the attention seekers.
• जो  अपनी  life से  अधिक  दूसरों  की  life में  interest रखते  हैं …..the peepers
 क्या नुकसान कर सकता है Facebook का over usage  ?
इसकी लिस्ट तो बहुत लम्बी है लेकिन आज मैं आपके साथ 7 ऐसे  points share कर रहा हूँ , तो आइये देखते हैं इन्हें :
1)  आप  unknowingly अपनी  happiness का  control दूसरों  को  दे  देते  हैं ?
कैसे ? दरअसल  अब  आपकी  happiness इस  बात  पर  depend करने  लगती है कि  Fb पे  आपकी  बातों , आपकी  pics को  कितने  लोग  like कर  रहे  हैं , कितने  लोग  उसपर  comments कर  रहे  हैं …कैसे  comments कर  रहे  हैं …etc.  For instance आपने  एक  नई  watch ली  और  उसकी  photo post की …obviously आपको  watch बहुत  पसंद  थी  इसलिए  आपने  ली …पर  जब  Fb पे  उसे  अधिक  लोग  like नहीं  करते  और  कोई  उसका  मज़ाक  बना  देता  है  तो  आप  दुखी  हो  जाते  हैं .  और  उसका  उल्टा  भी  सही  है …आप  को  कोई  चीज  पसंद   नहीं  है  पर  बाकी  लोग  उसको  अच्छा   कह  देते  हैं  तो  आप  खुश  हो  जाते  हैं …so in a way आप  अपनी  happiness का  control अपने  Fb friends को  दे  देते  हैं . मैं  ये  नहीं  कहता  कि  ये  सभी  के  साथ  होता  है  पर  इतना  ज़रूर  है  कि  हम  कहीं  न  कहीं  इन  चीजों  से  affect होते  हैं .
And  over a long period of time ये छोटे छोटे इफेक्ट्स बड़े होते जाते हैं और हमें पता भी नहीं चलता कि हम अपना real self कहाँ छोड़ आये.
2) आपको  दूसरों   की  blessings और  अपनी  shortcomings दिखाई  देने  लगती  है ?
Fb पर लोग  generally अपनी  life की  अच्छी  अच्छी   बातें  ही  share करते  हैं …लोग  अपने  साथ  हो  रही  अच्छी  चीजें   बताते  हैं  , उनके  status कुछ  ऐसे  होते  हैं  “ My new machine” , “ Lost in London”..etc
In reality आप  भी ऐसा  ही  करते  हैं , पर  अन्दर  ही  अन्दर  आप  अपनी  असलीयत  भी  जानते  हैं , पर  दूसरों  के  case में  आप  वही  देखते  हैं  जो  वो  आपको  दिखाते  हैं , आपको  उनकी  नई car नज़र  आती  है  पर  उसके  साथ  आने  वाला  EMI नहीं , आपको  friend का  swanky office तो  दीखता  है  पर  उसके  साथ  मिलने  वाली  tension नहीं . और  ऐसा  होने  पर  आप  उनकी  खुशियों  को  अपने  ग़मों  से  compare करने  लगते  हैं  और  ultimately low feel करने  लगते  हैं .
Fb की  वजह  से  depression में  जाने  वालों  की  संख्या  दिन ब दिन  बढती  जा  रही  है , just beware कि  आप भी  इसके  शिकार  न  हो   जाएं .
3) Real Friends और  relationships suffer करते  हैं :
ई  बार  लोग  बहुत  proudly बताते  हैं  , “ Fb पे  मेरे  500 friends हैं …” I am sure उनमे  से  आधे  अगर  सामने  से  गुजर  जाएं  तो  वो  उन्हें  पहचान  भी  नहीं पायंगे . हकीकत में  Fb पे  हमारे  friends कम  और  acquaintances ज्यादा  होते  हैं . खैर  ये  कोई  खराब  बात  नहीं  है …लेकिन  अगर  हम  इन  more or less fake relations को  ज़रुरत  से  अधिक  time देते  हैं  तो  कहीं  न  कहीं  हमें   अपनी  family और  friends को  जो  time देना  चाहिए  उससे  compromise करते  हैं . I know हमारे  close friends और  relations भी  Fb पे होते  हैं , but  frankly speaking Fb पर  वो  भी  हमारे  लिए  आम  लोगों की  तरह  हो  जाते  हैं , क्योंकि   Fb तो  एक  भीड़  की  तरह  है …और  भीड़  का  कोई  चेहरा  नहीं  होता ….जो  सामने  पड़ा …like किया  , comment दिया  और  आगे  बढ़  गए ….individuals को  attention देना  ये  Fb की आत्मा  में  ही  नहीं  है .
4) आप  mainly addicts से  communicate करने  लगते  हैं :
शायद  आपने  Pareto principle के  बारे  में  सुना  होगा  …इस  principle का  कहना  है  कि  80% चीजों  के  लिए  20% चीजें  जिम्मेदार  होती  हैं .
For  eg. किसी  company की  80 % sales 20% customers की  वजह  से  होती  है .
ऐसा  ही  कुछ  Fb पे  भी  होता  है …80% updates 20% लोगों  द्वारा  ही  की  जाती  है …और  आप  बार  बार  उन्ही  से  linkup होते  रहते  हैं …and basically ये  वही  Addict kind of लोग  होते  हैं  जो  बस  Fb से  चिपके   ही  रहते  हैं . और  ऐसे   लोगों   से  interact करना  शायद  ही  कभी  आपको  काम  की  चीजें  बता  पाएं . ये  mostly waste of time ही  होता  हैं .
5)  आपको  Socially active  होने  का  भ्रम  हो  जाता  है  और  reality इसके  उलट  होती  है :
Facebook पे  होने  से  कई  लोग  खुद  को  socially active समझने  लगते  हैं , और  friends को  hi -bye कर  के  अपना  role पूरा  समझ  लेते  हैं . धीरे -धीरे  ये   बिलकुल  mechanical हो  जाता  है …आप  Fb पे  तो  hi करते  हैं  लेकिन  जब  उसी  दोस्त  से  college या  office में  मिलते  हैं  तो  react भी  नहीं  करते …it is like आपकी online presence मायने रखती हो पर आपका खुद का मौजूद होना बेमानी हो .
और  जब  आप  ऐसे  behave करते  हैं  तो  लोग  आपको  avoid करने  लगते  हैं  और  कहीं  न  कहीं  आपको  fake समझने  लगते  हैं . यानि  आपको  तो  लगता  है  कि  आप  सबसे  touch में  हैं  पर  इसके  उलट  आप  अपना  touch खोते  जाते  हैं .
6) आपकी  health पर  बुरा  असर  पड़ता  है :
Fb पर  लगे  रहने  से  आपको  फिजिकल और मेंटल दोनों तरह की प्रॉब्लम हो सकती हैं. आपकी आँखें कमजोर पड़ सकती हैं, गलत posture में बैठने से आपको स्पॉन्डिलाइटिस हो सकता है . और डिप्रेशन में जाने का खतरा तो हमेशा ही बना रहता है.
7) आप  अपनी  life के  सबसे  energetic days lazy entertainment में लगा  देते  हैं :
Fb use करने  वालों  की  demography देखी जाए  तो  इसे  सबसे  अधिक  teens और  twenties के  young लोग use करते  हैं . अगर आप इस age group से बाहर हैं तो ये point आपके लिए applicable नहीं है.
Teenage और twenties  life का  वो   time होता  है  जब  आपके  अन्दर  energy की  कोई  कमी  नहीं  होती …कभी  सोचा  है  कि  इस  वक्त  भगवान्  आपको  सबसे  अधिक  energy क्यों  देते  है ….क्योंकि   ये हमारे  life making years होते  हैं ….इस  समय  आपके  सामने  करने  को  बहुत  कुछ  होता  है …..पढाई  का  बोझ  या  घर  की  जिम्मेदारी  उठाने  का  challenge…अपना  career chose करने  और  competition beat करने  की  कशमकश …अपने  दिल  कि सुनकर  कुछ  कर गुजरने  की  चाहत  …parents के  सामने  हाथ  फैलाने  की  जगह  उनका  हाथ  थामने   कि  जिद्द …और  ये  सब  करने  के  लिए  उर्जा  चाहिए  …energy चाहिए ; but unfortunately Fb का  over usage करने  वाले  उसे  गलत  जगह  invest करते  हैं . जहाँ  उनके  पास  करने  को  इतने  ज़रूरी  काम  हैं  वो  एक  कोने  में  बैठ  कर  , and in ,most of the cases लेट  कर …अपनी  life के  ये  energetic days एकदम  unproductive चीज  में  लगा  देते  हैं .
Friends अंत  में  मैं  यही  कहना चाहूँगा  कि  Fb एक  शोर -शाराबे  से  भरे  mall की  तरह  है …यहाँ  थोडा वक़्त बीतायेंगे  तो  अच्छा   लगेगा लेकिन  अगर  वहीँ  घर  बना  कर  रहने  लगेंगे  तो  आपकी  ज़िन्दगी  औरों  की  आवाज़  के  शोर  में  बहरी  हो  जाएगी . उसे  बहरा  मत  होने  दीजिये ….अपना  time अपनी  energy कुछ  बड़ा  , कुछ  valuable , कुछ  शानदार  करने  में  लगाइए  और  जब  आप  ऐसा  करेंगे  तो  आपके  इस  काम  को  सिर्फ  आपके  friends ही  नही  बल्कि  पूरी  दुनिया  Like करेगी , और  ऊपर  वाला comment देगा , “gr8 job my son
All the best!
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Job Interview में सफल होने के 10 Tips



As per plan आज  मैं  आपके  साथ  जॉब  इंटरव्यू  में  सफलता  पाने  के  लिए  ऐसी  10 बातें  share करूँगा  जो  मुझे  बेहद  ज़रूरी  लगती  हैं . इन  बातों के  अलावा  भी  कुछ  important tips हैं  जो  मैं  कल  की  post में  आपके  साथ  as Job Interview Dos & Don’ts share करूँगा .
इन  10 Tips में  आप  मेरे  Interview से  related अब  तक  के  experience का  निचोड़  देखेंगे . तो  आइये  जानते  हैं  इंटरव्यू  में  सफल   होने  के  लिए  किन  10 बातों  पर  ध्यान  देना  आवश्यक  है .
1)  CV /  Resume  को  बनाने  में   पूरी  सावधानी  बरतें :
आपकी  CV का  मकसद  अपने  potential employer को  यह  दिखाना  होना  चाहिए  की  क्यों  आप  इस  जॉब  के  लिए  best person हैं .आपकी  CV ही  आपसे  related वो  पहली  चीज  होती  है  जो  Interviewer के  सामने  जाती  है .कह  सकते  हैं  कि  उनकी  नज़रों  में  यही  आपका  first impression होता  है . अगर  interviewer को  CV अच्छी  नहीं  लगी , या  उसमे  बचकानी  mistakes दिखीं  तो  आपके  लिए  उसका  perception खाराब  हो  सकता  है . और  ये  भी  ध्यान  रखें कि  आपकी  छोटी  छोटी  बातें  कहीं   ना  कहीं  आपकी  बड़ी -बड़ी  हरकतों  की  ओर  भी  इशारा  करती  हैं . अगर  कोई  व्यक्ति  अपनी  CV बनाने   में  असावधान  है  तो  job में  भी  उसके  ऐसा  करने  के  काफी  chances हैं , और  ये  बात  interviewer अच्छी  तरह  से  जानता  है .
CV अच्छे  से  बनाना  इसलिए  भी  ज़रूरी  है  क्योंकि  ज्यादातर  companies में  पहले  CV के  basis पर  ही  candidates को  छांट दिया  जाता  है , और  अगर  आप   यहीं  छांट  गए  तो  बाकी  tips रखी  की  रखी  रह  जायेंगी . इसलिए  इस  most important step को  कत्तई  miss ना  करें .
मैं  यहाँ  CV कैसे  बनाएं , ये  तो  नहीं  बता  सकता  पर  कुछ  important points ज़रूर  share कर  सकता  हूँ  जिस  पर  आपको  ध्यान  देना  चाहिए :
  •          आपकी  CV का  look professional होना  चाहिए .
  •          बड़े -बड़े  paragraph की  जगह  bullet points use करें  , ये   interviewer को  CV पढने  के  लिए  ज्यादा  प्रेरित  करते  हैं .
  •          कोई  भी  Spelling mistake नहीं  होनी  चाहिए .
  •          अगर  CV दो  page में  बन   सकती  है  तो  जबरदस्ती  उसे  चार  page का  ना  बनाएं .
  •          अलग -अलग  job के  हिसाब  से  अपनी  CV में  थोड़े – बहुत  बदलाव  करें .
  •          उन  points को  highlight करने  की  कोशिश  करें  जो  इस  job से  related हों.
  •          CV बनाने  के  बाद  दो-चार  लोगों  से  उसे  पढवा  लें .

2) खुद  को  Employer की  जगह  रख  कर  देखें :
ये  सोचिये  कि  अगर  आप  Interviewer होते  तो  एक  ideal candidate के अन्दर क्या  खोजते . जो  job vacancy है  उसकी  specific need को  समझने  की  कोशिश  कीजिये , और  उन  needs को  पूरा  करने  के  लिए  जो  qualities चाहिएं  उसे  interview में   showcase कर  सकते  हैं.दूसरी तरफ आप उन qualities को छुपा भी सकते हैं जो इस जॉब के लिए फिट नहीं बैठतीं.
For example: अगर  Marketing जॉब  के  लिए  जा  रहे  हैं , तो  आपकी  travelling की  hobby को  आप  highlight कर  सकते  हैं , पर  यदि  आप  operations की  जॉब  के  लिए  जा  रहे  हैं  तो  आपको  इसे  highlight नहीं  करना  चाहिए . अलग -अलग  job requirements के  हिसाब से  आप  अपनी  CV में  बदलाव कर  सकते  हैं , और  उसे  और  भी  effective बना  सकते  हैं .
आम तौर  पर  कोई  interviewer आपके  confidence, subject knowledge और  stability , team में काम करने की क्षमता, इत्यादि  check करते  है .
कई  बार  ये  भी  होता  है  कि  आप  किसी  काम  के  लिए  overqualified होते  हैं  , जैसे  कि  अगर computer operator का  काम  है  और  कोई  MCA उस  जॉब के  लिए  interview दे  रहा  है , तो  भी  Employer उसे  select करने  में  हिचकेगा  , क्योंकि  उसकी  इस  job में  टिकने  के  आसार  कम  होंगे . इसलिए  अगर  job के  हिसाब  से  आपकी  qualification अधिक  है  तो  उसे  mention नहीं  करना  ही  ठीक  रहता  है .
इसी  तरह  जब  आप  खुद  को  employer की  जगह  रखकर  देखते हैं तो आपके  दिमाग  में  कई  बातें  आएँगी  और  आप उस  हिसाब  से  खुद को  तैयार  कर  सकते  हैं .
3)   Job से  related theoretical knowledge को  special attention दें :
मैं  पिछले  5-6 साल  से  Insurance field से  related हूँ . इस  sector की  मुझे  ठीक – ठाक  knowledge है , पर  जब  कभी  कोई  interview schedule होता  है  तो  मैं  अपनी  पुरानी  books, PPTs, और  अन्य  resource material अच्छी  तरह  से  दोहराता  हूँ .
Job से  सम्बंधित  theoretical knowledge को  बराबर  importance दें , मैं  कुछ  ऐसे  लोगों  को  जानता  हूँ  जिनके  पास  practically काम  कैसे  होता  है  इस  बात  की  अच्छी  knowledge है  , पर  वो  technical terms और  theory में  lack करते  हैं  , और  इस  वजह  से  उन्हें  interview में  उतनी   सफलता  नहीं  मिल  पाती . आप  इस  तरह  की  गलती  ना  करें , और  theoretical knowledge को  कम  ना  आंकें .
अगर  मैं  अपनी  बात  करूँ  तो  interview की  पूरी  preparation का  60% time इसी  काम  में  देता  हूँ . यहाँ  पर  दिया  गया  effort और  चीजों  को  आसान  बना  देता  है , आपका  confidence बढ़  जाता  है , और  आप  जो  answers देते  हैं  उसमे  ये  साफ़  झलकता  भी  है . Interviewer भी  शुरआती  answers की  quality से   ही  जान  लेता  है  कि  आप  एक  well prepared candidate हैं  या  एक  casual candidate.
Interview को  कभी  casually नहीं  लेना  चाहिए , यह  एक  competition है , आपको  खुद  को  दूसरों  से  बेहतर  साबित  करना  होता  है . और  आप  किसी  भी  department में  कोताही नहीं  बरत  सकते .  इसलिए आप  जो भी  interview देने  जा  रहे  हैं  उस  field से  related theoretical knowledge पर  अतिरिक्त   ध्यान  दें .
मैं  यहाँ  practical knowledge को  इसलिए  emphasize नहीं  कर  रहा  हूँ  क्योंकि  यदि  आप  एक  fresher हैं  तो  आपसे  practical knowledge expected नहीं  है  और  यदि  आप  experienced हैं  तो  definitely आपके  पास  practical knowledge होगी  ही .
4) Frequently Asked Questions( FAQs) की  तैयारी  ठीक  से  कर  लें :
Job  interviews में  कुछ  questions बहुत  ही  common होते  हैं , जो  लगभग  हर एक  interview में  पूछे  जाते  हैं . ऐसे  questions की  तैयारी  अच्छे  से   कर  लें  , और  साथ  ही साथ उन  questions के  बारे  में  भी  सोच  लें  जो  आपके  जवाब  के  बदले  आपसे  पूछे  जा  सकते  हैं .
यहाँ  मैं  ऐसे  questions की  एक  छोटी  सी  list दे  रहा  हूँ :
  • Tell me about Yourself ? / Walk me through you CV?/ Introduce yourself/ अपने  बारे  में  हमें  बताएं ?
  • Do you want to ask any question? / क्या आप  कोई  प्रश्न    पूछना  चाहते  हैं  .  ( Inerview के  अंत  में  ये  पूछा  जा  सकता  है .)
  • Tell us about your  current  job, what is your role?/  अपनी  मौजूदा  नौकरी  के  बारे  में  बताएं , आपका  काम  क्या  है ?
  • Why do you want to join this company? / आप  ये  company क्यों  join करना  चाहते  हैं ?
  • Why is there a gap in your studies/ job ? आपकी  पढाई /job में  gap क्यों  है ?
  • Why do you want to leave your current job? / आप  अपनी  मौजूदा  नौकरी  क्यों  छोड़ना  चाहते  हैं ?
  • What are your weaknesses / strengths ? / आपकी  weakness/ strength क्या  है ?
  •  Why should we select you? /हम  आपका  चयन  क्यों करें  ?
  •  Why did you chose this specialization? आपने  यह  specialization क्यों  किया ?
  •  Why your marks are very low in xyz exam? Xyz exam में  आपके  marks इतने  कम  क्यों  हैं ?
  • What has been your biggest achievement till date? / अब  तक  की  आपकी  सबसे  बड़ी  achievement क्या  रही  है ?
इसके  अलावा  आपकी  industry से   related कुछ  common questions भी  पूछे  जा  सकते  हैं , इसलिए  ऐसे  प्रश्नों  की  study पहले  से  ही detail में  कर  लें .
In questions की  तैयारी  करने  का  मतलब  ये  नहीं  है  कि  इन्हें  रटा जाए . ये  इसलिए  है  कि  आपकी  mental clarity बनी  रहे . In questions के  answers की  एक  outline आपके  mind में  तैयार  होनी  चाहिए  , और  interview के  समय  उसे  अपने  शब्दों  में  बोलने  के  लिए  तैयार  रहना  चाहिए .
For example: अगर  कोई  अचानक  ही  आपसे  आपकी  strength पूछ  ले  तो  आप  कोई  ना  कोई  उत्तर  ज़रूर  दे  लेंगे  पर  हो  सकता  है   बाद  में   आपको  लगे  की  आप  अपनी  सबसे  बड़ी  खूबी  बताने  से  ही  चूक  गए  हैं , लेकिन  अगर  आप  पहले  से  prepared रहेंगे  तो  ऐसी  गलती  नहीं  होगी .
 5) Mind में  पूरा  interview process कई  बार  run कर  लें :
जब  भी  मुझे  interview देना  होता  है  तो उससे  पहले  मैं  4-5 बार  पूरा  का  पूरा  interview अपने  mind में  run कर  लेता  हूँ . और  ये  बहुत  ही  detailed होता  है .
इसमें  मैं  सुबह  उठने  से  लेकर  interview खत्म होने  तक  की  छोटी  से  छोटी  बात  के  बारे  में  सोचता  हूँ .ऐसा  करने  से  mind कई  चीजों  को  लेकर  बिलकुल  clear हो  जाता  है . जैसे  कि  कब  उठाना  है , क्या  revise करना  है , क्या  पहन  कर  जाना  है , कैसे  जाना  है , कब  तक  पहुचना  है , क्या -क्या  लेकर  जाना  है , कैसा  gesture रखना  है , कैसे  खुद  को  introduce करना  है , etc.
इसमें  सबसे  ज़रूरी  part होता  है  खुद  को  interviewer से  interact करते  हुए  visualize करना . मैं  अपने  मन में  सोचता  हूँ  कि  interviewer कोई  question पूछ  रहा  है , और  फिर  मैं  उसका  answer दे  रहा  हूँ .  ऐसा  करने  से  कई  बार  ऐसे  questions दिमाग  में  आ   जाते  हैं  जिनका  answer ठीक  से  नहीं   पता  होता ,और  तब  मैं  उन्हें  अच्छे  से  तैयार  कर  लेता  हूँ .
पता  नही  आपको  ये  technique कैसी  लगे  पर  मैं  जब  भी  इसे  करता  हूँ  इसका  कुछ  ना  कुछ  फायदा  ज़रूर  होता  है . अब  चाहे  वो  कोई  interview से  expected किसी  question का  दिमाग  में  आना  या  कोई  छोटी  सी  चीज  जैसे  कि  interview के  लिए  कपडे  प्रेस  करवाना :) …पर  कुछ  ना  कुछ  फायदा  होता  ज़रूर है .
6) Mock & Mirror Practice
MBA के  दौरान  campus selection से  पहले  मैंने  कई  बार  mock interviews दिए  थे , और  अपने  friend Dheeraj के  साथ  मिलकर  बहुत लोगों  के  mock interviews लिए  भी  थे , हमने  इन  interviews को  web-cam से  record भी  किया  था , जिसे  देखकर  लोगों  को  काफी  फायदा  हुआ   था . अगर  आपको  Interview देने  का  अधिक  अनुभव  नहीं  है  तो  आपको  भी  Mock Interviews जरूर  देने  चाहियें . मौक   interview conduct करने  के   लिए  आप  अपने  किसी  ऐसे  friend या  senior से  request कर  सकते  हैं  जो  आपको  एक   सही  feedback दे  सके . इस  activity को  बहुत  seriously कीजिये , ये  आपको  बहुत  कुछ  सीखा  सकती  है . क्योंकि  अक्सर  हम  खुद  जो  गलतियाँ  करते  हैं  वो  हमें  दिखाई  नहीं  देतीं , लेकिन  और  कोई  उन्ही  चीजों  को   आसानी  से  point कर  सकता  है .
ये  ध्यान  दें  कि  कहीं  इस  activity से   आपका  confidence कम  ना  हो .  यहाँ  interview लेने  वाले  को  समझदारी  दिखानी  होगी  कि  वो  आपकी  improvement areas भी  बताये  और  आपका  confidence भी  बढ़ाये . अगर  आपको  लगता  है  कि  इस  activity से  आपका  confidence lose हो  सकता  है  तो  इसे  ना  करें . इसकी  जगह  आप  खुद  शीशे  के  सामने  बैठ  कर  अपना  interview दें , और  चाहें  तो  उसे  अपने  mobile में  record भी  कर  लें . जब  आप  अपने  answers सुनेंगे  तो  आपको  खुद -बखुद  कुछ  improvement areas दिख  जायेंगी .
7) Non-Verbal Communication पर  ध्यान  दें :
हम  जो  communicate करते  हैं  वो  सामने  वाले  तक  दो  तरह  से  पहुँचता  है . Verbally और  Non-Verbally.
Verbally , यानि  जो  हम   बोलते  हैं  , या  लिखते  हैं , और  Non-Verbally बाकी  चीजें , हम  कैसे, किस  tone में  बोलते  हैं , हमारे  बैठने  का  तरीका , eye contact, even  हमारा  dressing sense. अलग -अलग  research के  मुताबिक़  हमारे  total communication में  सिर्फ  20% verbal होता  है  और  80% Non-verbal.
इसलिए  इस  80% पर  ध्यान  देना  बहुत  ज़रूरी  है . आपको   interviewer से  interact करते  वक़्त  कुछ  बातों  का  ध्यान  देना  होगा :
  • आपको  देखकर  लगे  की  आप  इस  job में  genuinely interested हैं .ऐसा  आप  अच्छे  से  dress up होकर  , time से  venue पर  पहुंच  कर  कर  सकते  हैं .
  • आपकी  आवाज़  dull नहीं  होनी  चाहिए , enthusiasm और  confidence show करना  बहुत  ज़रूरी  है .
  •  पहली  बार  मिलते  वक़्त    हलकी  सी  smile ज़रूरी  है , और  interview के  दौरान  भी  आपको  एक  friendly gesture रखना  चाहिए .
  •  Job के  लिए  आपका  जोश  आपकी  तैयारी  से  साफ़  झलकेगा , इसलिए  अपना  homework अच्छे  से  कर  के  interview देने  जाएं . Specially, company के  बारे  में  आपको  अच्छी  जानकारी  होनी  चाहिए  , और  आपकी  field से  related current developments भी  पता  होने  चाहिएं .
Note:अपना confidence level improve करने के लिए आप इस लेख को पढ़ सकते हैं. 
8 ) Contradictory answers ना  दें  :
Interviewer आपकी  honesty  check करने  के  लिए  , या  बस  यूहीं  कुछ  ऐसे  प्रश्न    पूछ  सकते  हैं  जिनका  उत्तर  एक -दूसरे  से   related हो .
For example: अगर  आप  पहले  कह  चुके  हैं  कि  ये  आपकी  dream company है , पर  जब  ये  पूछा  जाता  है  कि  ये  company क्या – क्या   service देती  है  , और  आप  ठीक   से  नहीं  बता  पाते  हैं , तो  येही  message जाता  है  कि  एक  तरफ  तो  ये  आपकी  dream company है  और  दूसरी  तरफ  आप  इसके  बारे  में basic जानकारी भी नहीं रखते हैं तो  इसका  मतलब   आप  honest नहीं  हैं .
या  मान  लीजिये आपने  CV में  अपनी  hobby Playing Cricket लिखी  है , और  interview में  Playing Chess बताते  हैं  तो  definitely interviewer को  आप  पर  doubt होगा .
Interview में  सच  बोलना  ही  सही  रहता  है , पर  यदि  आप  excitement या  nervousness में  कुछ  अधिक  बोल  गए  हों  तो  उस  उत्तर पर टिके रहिये , और  पूरे  interview के  दौरान  उसे  contradict मत  करिए .
9) जिस   भाषा   में  comfortable हों   उसी   में   इंटरव्यू  दें : 
यदि  आप  English और हिंदी दोनों में  बात  करने  में  निपुण  हैं  तो  आप  ये  point skip कर  सकते  हैं  लेकिन  अगर  आप  अंग्रेजी में  comfortable नहीं  हैं  तो  आपके  लिए  एक  important point हो  सकता  है .
अगर  देखें  तो  आज -कल  ज्यादातर  job interviews English में  होते  हैं , लेकिन  कई  जगह  जहां  Hindi में  भी  interview हो  सकते  हैं  वहां  भी  लोग  English में  ही  interview देने  की  कोशिश  करते  हैं . देखिये , गलत  अंग्रेजी  बोलने  से  अच्छा  है  सही  हिंदी  बोलें.
हाँ , अगर  job ही  ऐसी  है  जहाँ  बिना  English के  काम  नहीं  चलने  वाला , जैसे  कि  International Call center, etc में ,तब  आप अंग्रेजी  में  ही  बात  करने  की  कोशिश  करें ,  लेकिन  अगर  कोई  ऐसी   job है  जहाँ  Hindi से  भी  काम  चल  सकता  है  तो  Hindi में  ही  बात  करें .  In fact interview के  शुरू  में  ही  आप  साक्षातकर्ता  से  पूछ  सकते  हैं  कि  Can I answer the questions in Hindi ? क्या  मैं  अपने  उत्तर  हिंदी  में  दे  सकता  हूँ ? ज्यादातर  case में  आपको  हाँ  में  ही  उत्तर  मिलना चाहिए  . और  फिर  आप  अपना  पूरा  Interview Hindi +English मिला  कर  दे  सकते  हैं . Actually, बहुत  सारी  jobs में  बस  आपको  English के  समझ  की  आवश्यकता  होती  है , भले  आप  उसे  बोल  ना  पाएं  लेकिन , सुनकर  या  पढ़कर  समझने  की  काबिलियत  भी  उस  काम   को  करने  के  लिए  पर्याप्त  होती  है , और  Interviewer भी  इस  बात  को  समझता  है.
ऐसा  करने  का  सबसे  बड़ा  लाभ  ये  है  कि  आप  स्वयं  को  अच्छे  से  व्यक्त  कर  पायेंगे  और  आपकी उस नौकरी   से  related जो भी  knowledge है  उसे  interviewer के  सामने  आसानी  से  ला  पाएंगे . और  जब  आप  ऐसा  करेंगे  तो  आपके  success के  chance निश्चित  रूप  से  बढ़  जायेंगे .
10. ऐसी  चीजें   पढ़ें जो समझने में बिलकुल आसान हों: बच्चों की English comics आपकी हेल्प कर सकती है, उसमे दिए गए pictures आपको story समझने  में हेल्प करेंगे और simple sentence formation भी आम बोल चाल में बोले जाने वाले सेंटेंसेस पर आपकी पकड़  बना देंगे.
11. Internet का use करें : आप स्पोकेन इंग्लिश सीखने के लिए इन्टरनेट का भरपूर प्रयोग करें. You Tube पर available  videos आपकी काफी हेल्प कर सकते हैं.  सही pronunciation और meaning के लिए आप TheFreeDictionary.Com का use कर सकते हैं.
12. Interest मत  loose कीजिये : अधिकतर  ऐसा  होता  है  कि  लोग  बड़े  जोशो -जूनून  के  साथ  English सीखना  शुरू  करते  हैं . वो  ज्यादातर  चीजें  करते  हैं  जो  मैंने  ऊपर  बतायीं , पर  दिक्कत  ये  आती  है  कि  हर  कोई  अपनी  comfort zone में  जाना  चाहता  है . आपकी  comfort zone Hindi है  इसलिए  आपको  कुछ  दिनों  बाद  दुबारा  वो  अपनी  तरफ  खींचेगी  और  ऊपर  से  आपका  माहौल  भी  उसी  को  support करेगा . इसलिए  आपको  यहाँ  पर  थोड़ी  हिम्मत  दिखानी  होगी , अपना  interest अपना  enthusiasm बनाये  रखना  होगा .  इसके  लिए  आप  English से  related अपनी  activities में  थोडा  innovation डालिए . For example : यदि  आप  रोज़ -रोज़  serious topics पर  conversation करने से  ऊब  गए  हों  तो  कोई  abstract topic, या  फ़िल्मी   मसाले  पर  बात  करें ,  कोई इंग्लिश मूवी देखने चले जाएँ, या फिर कुछ और करें जो आपके दिमाग में आये.आप  एक -दो  दिन  का  break भी  ले  सकते  हैं , और  नए  जोश  के  साथ  फिर  से  अपने  mission पर  लग  सकते  हैं . पर  कुछ  ना  कुछ  कर  के  अपना  interest बनाये  रखें . वरना  आपका  सारा  effort waste चला  जायेगा .
Bonus Tip : Use your Television
अभी कुछ दिन पहले मैं फरीदाबाद अपने भैया के यहाँ गया था , वहां मेरा 3 साल का भतीजा बड़े मजे से छोटा भीम कार्टून देख रहा था, मैंने notice किया कि चैनल की language English पे सेट है. I think ये एक अच्छा तरीका है इंग्लिश सीखने का, बच्चों के लिए बनाये गए कार्टून्स की भाषा सरल होती है और साथ में चल रहे एनीमेशन से बात को समझना आसान हो जाता है. आप भी इस तरीके का use कर सकते हैं.इसके आलावा आप ऐसे channels भी देख सकते हैं जिसमे subtitles आते हैं. इससे भी आपको भाषा सीखने में मदद मिलेगी.
Friends, English एक universal language है, इसे दुनिया भर में अरबों लोग बोलते हैं, तो आप ही सोचिये जो काम अरबों लोग कर सकते हैं भला आप क्यों नहीं!!! बस इतना याद रखिये कि अंग्रेजी  बोलना सीखने का सबसे सरल तरीका है “अंग्रेजी बोलना”  और इस लिए आपको ऐसे लोगों के साथ अधिक से अधिक  रहना चाहिए जिनसे आप इंग्लिश में बात कर सकते हैं. अपनी झिझक मिटाइए और ऐसे हर एक मौके का फायदा उठाइए जहाँ आपको English बोलने का मौका मिल रहा हो.
तो फिर देर किस बात की है बस लग जाइये अपने efforts में और अपने भाषा ज्ञान में अंग्रेजी भी जोड़ लीजिये.All the best! :)
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