Friday, February 20, 2015

KAILASH MANSAROVAR YATRA 2015



Hon’ble Minister also inaugurated a new Yatra Helpline number (011-24300655) for the Yatris.  
Kailash Manasarovar Yatra is known for its religious value, cultural significance, physical beauty and thrilling nature. It is undertaken by hundreds of people every year. Holding significance for the Hindus as the abode of Lord Shiva, it holds religious importance also for the Jains and the Buddhists.

The Yatra is organized by the Ministry of External Affairs every year between June and September. It is open to eligible Indian citizens, holding valid Indian passports, who wish to proceed to Kailash-Manasarovar for religious purposes.

Applications to participate in the Yatra can be filed online only at http://kmy.gov.inExternal website that opens in a new window. The last date to apply online is 10 April, 2015.

The Yatra-2015 will be conducted between 08 June and 09 September through two different routes – Lipulekh Pass in Uttarakhand and Nathu La in Sikkim. Yatris need to spend 3-4 days in Delhi for preparations before the Yatra. The Delhi Government provides free meals and accommodation for the stay in Delhi. Yatris are, however, free to make their own arrangements.

Caution: The Yatra involves trekking at high altitudes of up to 19,500 feet, under inhospitable conditions, including extreme cold and rugged terrain, and may prove hazardous for those who are not physically and medically fit.
Routes
Now, there are two routes to undertake the Yatra:
Route 1: Lipulekh Pass (Uttarakhand)
  • 18 batches of 60 members each with total duration of about 25 days per batch.
  • Estimated cost per person: Rs.1.5 Lakh.
Route 2: Nathu La (Sikkim)
  • 5 batches of 50 members each with total duration of about 23 days per batch.
  • Estimated cost per person: Rs.1.7 Lakh.
The Government of India shall not be responsible in any manner for any loss of life or injury to a Yatri, or any loss or damage to property of a Yatri due to any natural calamity or due to any other reason. Pilgrims undertake the Yatra purely at their own volition, cost, risk and consequences.

The Government shall not have any obligation to bring the mortal remains of any pilgrim across the border for cremation in the Indian side, in case of death on the Chinese side. All Yatris are, therefore, required to sign a Consent Form for cremation of mortal remains on the Chinese side in case of death.

Legal: Without prejudice to the contents of the KMY websites, all claims, disputes and differences shall be subject to the jurisdiction of courts in Delhi only.
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कैलाश मानसरोवर यात्रा अपने धार्मिक मूल्‍यों, सांस्‍कृतिक महत्‍व, भौतिक सौंदर्य तथा रोमांचक प्राकृतिक परिवेश के लिए प्रसिद्ध है। प्रति वर्ष हजारों लोग इस यात्रा को करते हैं। भगवान शिव का निवास स्‍थल होने के कारण हिंदुओं के लिए इसका धार्मिक महत्‍व है। साथ ही यह जैनियों और बौद्धों के लिए महत्‍वपूर्ण है।
यह यात्रा प्रतिवर्ष विदेश मंत्रालय द्वारा जून से सितंबर तक आयोजित की जाती है। प्रत्‍येक भारतीय नागरिक जो धार्मिक प्रयोजन से कैलाश मानसरोवर यात्रा जाने चाहते हैं, उनके लिए भारतीय पासपोर्ट अनिवार्य है।
कैलाश मानसरोवर यात्रा में आवेदन के लिए भाग निम्‍नलिखित साइट पर जाएं: http://kmy.gov.in
आवेदन को ऑनलाइन भरने की अंतिम तारीख 10/04/2015 है। यात्रा 2015, 08 जून से 09 सितंबर तक दो भिन्‍न मार्गों से आयोजित की जाएगी- उत्‍तराखण्‍ड में लिपुलेख दर्रा और सिक्‍किम में नाथुला। यात्रियों को यात्रा से पूर्व 3-4 दिन दिल्‍ली में ठहरना होता है। दिल्‍ली सरकार द्वारा नि:शुल्‍क भोजन एवं निवास स्‍थल की सुविधा प्रदान की जाएगी। तथापि, यात्री अपनी सुविधानुसार स्‍वयं भी इनका प्रबंध कर सकते हैं।
सावधानी: चूंकि यह यात्रा अत्‍यधिक ठण्‍ड, बीहड़ इलाके सहित कई दुर्गम परिस्‍थितियों तथा 19,500 फीट की ऊंचाई के रास्‍ते से होकर गुजरती है जहां चिकित्‍सीय सुविधाएं उपलब्‍ध नहीं हैं, इसलिए यह यात्रा शारीरिक एवं चिकित्‍सीय रूप से अस्‍वस्‍थ लोगों के लिए खतरनाक हो सकती है।
यात्री के जीवन या चोट की किसी भी हानि, प्राकृतिक आपदा या अन्‍य किसी कारण से व्‍यक्‍तिगत या सम्‍पत्‍ति की क्षति के लिए किसी भी रूप में भारत सरकार जिम्‍मेदार नहीं होगी। तीर्थयात्री अपनी लागत, जोखिम एवं परिणाम के लिए स्‍वयं उत्‍तरदायी हैं।
चीनी क्षेत्र पर हुए मृत्‍यु के मामले में भारत सरकार भारतीय क्षेत्र में अंतिम संस्‍कार के लिए सीमा पार से किसी भी तीर्थयात्री का पार्थिव शरीर भारत लाने के लिए बाध्‍य नहीं है। मृत्‍यु के मामले में चीनी क्षेत्र पर पार्थिव शरीर का अंतिम संस्‍कार करने के लिए एक सहमति पत्र पर हस्‍ताक्षर करना आवश्‍यक है।
न्‍यायिक प्रक्रिया: KMY वेबसाइटों की सामग्री पर किसी प्रतिकूल प्रभाव के बिना, सभी दावों, विवादों और मतभेदों को केवल दिल्‍ली स्‍थित अदालतों के अधिकार क्षेत्र में निष्‍पादित किया जाएगा।
यात्री के लिए निर्देश
  • ऑनलाइन आवेदन प्रपत्र भरने से पहले कृपया यह सुनिश्चि्त करने के लिए जांच करें कि एक्रोबैट रीडर आपकी कंप्यूटर प्रणाली में संस्थापित है। यदि संस्थापित नहीं है तो कृपया यहां क्लिक करें - 
  • कृपया रिकॉर्ड और भविष्य- के संदर्भ के लिए अपनी ऑनलाइन पंजीकरण संख्या नोट करें।
  • यात्रा से संबंधित पूछताछ के लिए कृपया निम्न लिखित पते पर ई-मेल करें: kmyatra[AT]mea[dot]gov[dot]in
  • ऑनलाइन आवेदन करने से पहले निम्नलिखित सामग्री तैयार रखें:
    • फोटो की स्कैन प्रति (जे पी जी फॉर्मेट में 300 केबी आकार से बड़ा न हो)
    • पासपोर्ट के पहले और आखिरी पृष्ठ की स्कैन प्रति (पीडीएफ फॉमेट में 500 केबी से बड़े आकार का नहीं)
    • यदि अधिकतम दो व्यक्ति के समूह में आवेदन कर रहे हैं तो समूह के दूसरे व्यक्ति के संबंध में उपर्युक्त मद (1 और 2) भी तैयार रखें।
  • सफलतापूर्वक आवेदन ऑनलाइन प्रस्तुत करने के बाद आवेदन प्रपत्र का प्रिंट आउट ले लें और भविष्य के संदर्भ के लिए अपने पास रखें। आवेदन की हार्ड प्रति भेजने की आवश्यकता नहीं है।
  • यदि समूह में आवेदन कर रहे हैं तो दोनों आवेदन प्रपत्रों का प्रिंट आउट ले लें।
  • आवेदन पत्र सफलतापूर्वक प्रस्तुत करने के बाद आवेदक को एस एम एस और ई-मेल भेजा जाएगा।
  • कोई भी दस्ताजवेज से संबंधी कोई भी तथ्य छिपाने और/अथवा गलत सूचना देने पर ऐसे आवेदन को रद्द कर दिया जाएगा।
  • ऑनलाइन फार्म भरने की अंतिम तिथि है 10/04/2015

फीस एवं अनुमानित व्‍यय

अप्रतिदेय (No Refunds): चिकित्‍सा शुल्‍क अप्रतिदेय है। आवेदक यदि दिल्‍ली में या यात्रा के दौरान चिकित्‍सीय परीक्षण में अस्‍वस्‍थ या अन्‍य किसी कारण से असफल पाया जाता है, उसे यात्रा जारी रखने की अनुमति नहीं दी जाएगी और उसके द्वारा अप्रतिदेय भुगतान और पूर्व में भुगतान की गई अन्‍य राशियां देय नहीं होंगी। आवेदन फार्म में गलत एवं झूठी जानकारी यात्री को यात्रा से निष्‍कासित करने का आधार होगा, चाहे यात्रा के लिए उनकी पुष्‍टि हो चुकी हो और/अथवा यात्रा शुरू हो चुकी हो।
भागीदारी की पुष्‍टि करने के लिए भुगतान: कम्‍प्‍यूटरीकृत चयन के बाद, प्रत्‍येक चयनित और प्रतीक्षित आवेदक को यात्रा-भागीदारी की पुष्‍टि करने के लिए एक अप्रतिदेय राशि रुपये 5,000/-, एक निर्धारित बैंक अकाउंट में जमा करानी होगी। शेष राशि यात्रा शुरू करने के पूर्व दिल्‍ली में देय होगी।
यात्रा का खर्च: यात्रा का प्रति यात्री खर्च निम्‍नानुसार होगा:
क्रम सं0
लिपुलेख दर्रा से यात्रा का व्‍यय
व्‍यय का विवरण
नाथुला से यात्रा का व्‍यय
1
35,000 रुपये
भारतीय क्षेत्र में संभार तंत्रीय व्‍यवस्‍थाओं के लिए फीस
1. इसमें से 5,000 रुपये की अप्रतिदेय राशि चयन के पश्‍चात यात्रा में भागीदारी की पुष्‍टि के लिए देय होगी।
2. शेष राशि दिल्‍ली पहुंचने पर देय होगी।
25,000 रुपये
2
0 रुपये
आवागमन हवाई किराया (एक ओर का किराया 7,000 रुपये)
13,000 रुपये
3
2,400 रुपये
चीनी वीजा शुल्‍क
2,400 रुपये
4
3,100 रुपये
चिकित्‍सा परीक्षण के लिए दिल्‍ली हार्ट एंड लंग इन्‍स्‍टीट्यूट को बैंक डिमांड ड्राफ्ट या नकद देय।
3,100 रुपये
5
2,500 रुपये
तनाव इको टेस्‍ट के लिए देय, यदि चिकित्‍सा प्राधिकरण द्वारा आवश्‍यक है।
2,500 रुपये
6
901 अमरीकी डॉलर
(55,862 रुपए, 62 रुपए प्रति डॉलर की दर से)
तार्किक व्‍यवस्‍थाओं के लिए चीनी प्राधिकरण को तिब्‍बत में देय। इसमें 01 डॉलर स्‍थानांतरण शुल्‍क शामिल है।
1400 अमरीकी डॉलर
(86,862 रुपए, 62 रुपए प्रति डॉलर की दर से)
7
8,904 रुपये
भारत क्षेत्र में दोनों तरफ के लिए पोर्टर शुल्‍क (उत्‍तराखण्‍ड सरकार द्वारा संशोधन के अधीन)
0
8
10,666 रुपये
भारत क्षेत्र में दोनों तरफ के लिए ट्टटू एवं ट्टटू चालक शुल्‍क (उत्‍तराखण्‍ड सरकार द्वारा संशोधन के अधीन)
0
9
RMB 450
(4500 रुपये)
चीनी क्षेत्र में दोनों तरफ के लिए पोर्टर शुल्‍क (तिब्‍बती प्राधिकरण द्वारा संशोधन के अधीन)
RMB 450
(4500 रुपये)
10
RMB 1380
(1,3800 रुपये)
चीनी क्षेत्र में दोनों तरफ के लिए ट्टटू एवं ट्टटू चालक शुल्‍क (तिब्‍बती प्राधिकरण द्वारा संशोधन के अधीन)
RMB 1380
(1,3800 रुपये)
11
2,000 रुपये
सामूहिक क्रियाकलापों के लिए पूल मनी में योगदान
2,000 रुपये
12
5,000 रुपये
विविध खर्चें
5,000 रुपये
 एक निष्‍पक्ष कम्‍प्‍यूटरीकृत प्रणाली के माध्‍यम से ड्रा: यात्रियों का चयन विदेश मंत्रालय द्वारा आयोजित एक निष्‍पक्ष कम्‍प्‍यूटर जनित यादृच्‍छिक लिंगानुपात में विभिन्‍न मार्गों एवं बैचों में किया जाएगा। कम्‍प्‍यूटरीकृत प्रक्रिया के माध्‍यम से एक बार आबंटित बैच सामान्‍य रूप में बदला नहीं जाएगा।
दो यात्री आवेदन के समय ही एक साथ एक ही बैच में यात्रा करने का विकल्‍प दे सकते हैं। ऐसे अनुरोधों पर यथासंभव प्रयास किया जाएगा।
भागीदारी की पुष्‍टि: कम्‍प्‍यूटरीकृत चयन के बाद, प्रत्‍येक चयनित आवेदक को यात्रा-भागीदारी की पुष्‍टि करने के लिए एक अप्रतिदेय राशि रुपये 5,000/-, एक निर्धारित बैंक अकाउंट में जमा करानी होगी। शेष राशि बाद में देय होगी।
दिल्‍ली में चिकित्‍सा परीक्षण: चयनित यात्रियों को, यात्रा पर जाने के 3-4 दिन पहले दिल्‍ली हर्ट एंड लंग इन्‍स्‍टीट्यूट तथा आई टी बी पी बेस अस्‍पताल द्वारा आयोजित चिकित्‍सा परीक्षण हेतु दिल्‍ली में एकत्रित होना होगा। आई टी बी पी बेस अस्‍पताल द्वारा परीक्षण के मापदण्‍डों को यात्रा की आवश्‍यकता को ध्‍यान में रख कर निर्धारित किए जाते हैं। केवल इन परीक्षणों में पास आवेदकों को ही यात्रा पर आगे बढ़ने की अनुमति दी जाती है।
यात्रा मार्ग में अतिरिक्‍त चिकित्‍सीय परीक्षण: ऊंचाई ट्रैकिंग की प्रतिक्रियाओं का पता लगाने के लिए, आई टी बी पी द्वारा लिपुलेख दर्रा में गुंजी तथा नाथुला मार्ग पर शेराथांग में एक अतिरिक्‍त चिकित्‍सा परीक्षण किया जाएगा। यहां पर चिकित्‍सीय रूप से अस्‍वस्‍थ पाए जाने पर यात्री को यात्रा जारी रखने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
शर्तें: आवेदन करने से पहले आवेदक निम्‍नलिखित शर्तों का ध्‍यान रखें:
  • आवेदक के पास साधारण भारतीय पासपोर्ट जो कि 01 सितंबर, 2015 से अगले छह महीने के लिए वैध हो, होना चाहिए।
  • अपूर्ण रूप से भरे गए आवेदन अस्‍वीकार कर दिए जाएंगे।
  • यात्रा के दौरान या किसी भी स्‍तर पर आवेदन फार्म में गलत एवं झूठी जानकारी यात्री को यात्रा से निष्‍कासित करने का आधार होगा। अब तक किए गए सभी भुगतान जब्‍त कर लिए जाएंगे।
  • दिल्‍ली एवं यात्रा के दौरान किए गए चिकित्‍सा जांच में असफल होना यात्रा से निष्‍कासित करने का आधार होगा।
  • दिल्‍ली या बाहर चिकित्‍सा जांच या अन्‍य किसी आधार पर असफल पाए जाने पर अप्रतिदेय राशि और दूसरी राशियों को जब्‍त कर लिया जाएगा।
  • यात्रा बैच निर्धारित समय पर शुरू होंगे, यद्यपि किसी कारणवश किसी यात्री के समय पर बैच से न जुड़ने की स्‍थिति में उसका स्‍थान प्रतीक्षा सूची के यात्री से प्रतिस्‍थापन्‍न किया जा सकता है।
चयन के बाद महत्‍वपूर्ण दस्‍तावेज: चयन होने के बाद यात्री को निम्‍नलिखित दस्‍तावेजों को अपने साथ दिल्‍ली लाना अनिवार्य है:
  • साधारण भारतीय पासपोर्ट जो कि 01 सितंबर, 2015 से अगले छह महीने के लिए वैध हो।
  • एक प्रथम श्रेणी मजिस्‍ट्रेट या नोटरी पब्‍लिक द्वारा 10 रुपये के एक गैर-न्‍यायिक स्‍टाम्‍प पेपर पर या स्‍थानीय स्‍तर पर लागू प्रमाणीकृत क्षतिपूर्ति बांड। चयनित यात्रियों के लिए अनिवार्य है कि वे स्‍वयं के जोखिम पर यात्रा शुरू करते हुए उन्‍हें इस क्षतिपूर्ति बांड पर हस्‍ताक्षर करें।
  • आपात स्‍थिति के मामले में हेलिकॉप्‍टर से निकासी के लिए वचनपत्र
  • चीनी क्षेत्र में हुई मौत के मामले में नश्‍वर के अंतिम संस्‍कार के लिए सहमति पत्र
सूचना: निष्‍पक्ष कम्‍प्‍यूटरीकृत प्रणाली के माध्‍यम से चयनित यात्रियों को शीघ्र ही एस एम एस तथा ई-मेल के द्वारा यात्रा में निर्धारित बैच के बारे में सूचित किया जाएगा।
चिकित्‍सीय प्राधिकरण: यात्रियों को डी एच एल आई और आई टी बी पी द्वारा निर्धारित सभी चिकित्‍सीय परीक्षणों में उत्‍तीर्ण होना अनिवार्य है। आई टी बी पी द्वारा दी गए संस्‍तुतियों एवं निष्‍कर्षों को अंतिम एवं बाध्‍यकारी माना जाएगा। अन्‍य कोई भी चिकित्‍सा रिपोर्ट यात्रा के लिए स्‍वीकार्य नहीं होगी।

कौन योग्‍य हैं?

01 जनवरी, 2015 को, 18 से 70 वर्ष तक की आयु के भारतीय नागरिक जिनके पास भारतीय पासपोर्ट हो, जो शारीरिक एवं चिकित्‍सीय रूप से स्‍वस्‍थ हों और जिनका बॉडी मॉस इंडेक्‍स 27 या उनसे कम हों, धार्मिक प्रयोजन के लिए यात्रा कर सकते हैं।
किसी भी आवेदक को उच्‍च रक्‍तचाप, मधुमेह, अस्‍थमा, हृदय रोग, मिर्गी आदि रोगों से ग्रस्‍त नहीं होना चाहिए। चयनित आवेदकों को दिल्‍ली हार्ट एवं लंग इन्‍स्‍टीट्यूट तथा दिल्‍ली के आई टी बी पी बेस अस्‍पताल द्वारा आयोजित चिकित्‍सिय परिक्षण से गुजरना होगा।
विदेशी यात्री: विदेशी नागरिक इस यात्रा के लिए पात्र नहीं हैं। अत: पी आई ओ और ओ सी आई कार्डधारक भी इस यात्रा के पात्र नहीं हैं।
ऊंचाई ट्रैकिंग पर होने वाली प्रतिक्रियाएं: ऊंचाई ट्रैकिंग की प्रतिक्रियाओं का पता लगाने के लिए, आई टी बी पी द्वारा लिपुलेख दर्रा में गुंजी तथा नाथुला मार्ग पर शेराथांग में एक अतिरिक्‍त चिकित्‍सा परीक्षण किया जाएगा। चिकित्‍सीय रूप से अस्‍वस्‍थ यात्री को यात्रा जारी रखने की अनुमति नहीं दी जाएगी एवं सभी खर्च जब्‍त कर लिए जाएंगे।
सक्षम चिकित्‍सा प्राधिकरण: दिल्‍ली हार्ट एंड लंग इन्‍स्‍टीट्यूट तथा आई टी बी पी द्वारा दी गए संस्‍तुतियों एवं निष्‍कर्षों को, दिल्‍ली एवं बाहरी क्षेत्र में अंतिम माना जाएगा। अन्‍य कोई भी चिकित्‍सा प्रमाण पत्र या परीक्षण रिपोर्ट से यात्रा पर आगे बढ़ने के लिए स्‍वीकार्य नहीं होंगे।
एक चयनित यात्री को, यदि वह चिकित्‍सीय परीक्षण में असफल रहता है, यात्रा जारी रखने की अनुमति नहीं दी जाएगी और उसके द्वारा अप्रतिदेय भुगतान और चिकित्‍सीय परीक्षणों के लिए भुगतान की गई राशि देय नहीं होगी।
डी एच एल आई और आई टी बी पी द्वारा आयोजित चिकित्‍सीय परीक्षण:
1 एच बी
2 टी एल सी
3 डी एल सी
4 रक्‍त शर्करा (एफ एंड पी पी)
5 रक्‍त में स्‍थित यूरिया
6 क्रिएटिनिन
7 सीरम BILURUBIN, SGOT, एम जी पी टी
8 आर एच टाइपिंग के साथ रक्‍त समूह
9 लिपिड प्रोफाइल
10 मूत्र आर ई
11 छाती का एक्‍स–रे
12 टी एम टी
13 ई सी जी
14 पल्‍मोनरी फंक्‍शन टेस्‍ट (PFT)
15 एच बी ए 1 सी
16 तनाव से गूंज टेस्‍ट (यदि चिकित्‍सक द्वारा सिफारिश की गई है)
बॉडी मॉस इंडेक्‍स: यात्रा के लिए एक व्‍यक्‍ति की फिटनेस उसके स्‍वास्‍थ्‍य के कई कारकों पर निर्भर करती है। एक स्‍वस्‍थ व्‍यक्‍ति को फिटनेस बनाए रखने के लिए बी एम आई स्‍तर को 27 या उससे कम करने का प्रयास करना चाहिए।
संपर्क अधकारी: केवल एक सेवारत सरकारी अधिकारी ही संपर्क अधिकारी के रूप में नियुक्‍त किए जाने का पात्र है। पूर्व में एक यात्री अथवा एक संपर्क अधिकारी के रूप में यात्रा कर चुके व्‍यक्‍ति को संपर्क अधिकारी के रूप में चयन के लिए विचार नहीं किया जाएगा।

Monday, February 16, 2015

Data Recovery Software


Do you ever lost a file or accidentally delete it? Have you been hit by a sudden system crash or viruses and lost important files?

If your answer is ‚yes’, than you know what trouble causes such an issue. Recuva from Piriform is there to rescue the day. It comes with a simple interface and easy to use features.

You can specify a file name or parts of it, its former location, file type andor approximate size and when you last accessedmodified it. Enter as many criteria as you wish and your chances of recovering a lost file are bigger.

Recuva is able to restore lost Word documents when you forgot to save it or just the program crashed. You can get back your iPod or mp3 player music and even your deleted emails, as this software has support for Microsoft Outlook Express, Mozilla Thunderbird, or Windows Live Mail. Have you formatted a hard-disk and thought you may say ‚goodbye’ to those files? Many of them can still be recovered.

Within a minute you can basically find any file or you can use Deep Search if your file didn’t show up.
If by contrary, you want to protect your deleted files from ever been recovered, Recuva can securely delete every trace of them
.


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Saturday, February 14, 2015

ADMIT CARD - INTERMEDIATE SECONDARY Welcome toJharkhandAcademic Counci

Welcome to Jharkhand Academic Council A commitment to guide our students to
achieve excellence throughholistic education. To mould students to be morally upright, socially committed and spiritually inspired, by
principles &, to be responsible citizens of India and the world.
be responsible citizens of India and the world.
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